चैनल हिंदुस्तान डेस्क: बहुजन समाज पार्टी व राष्ट्रीय लोकदल के साथ उत्तर प्रदेश में गठबंधन पर लोकसभा के चुनावी मैदान में उतरे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने परिवारवाद पर यू टर्न लिया है। करीब दो वर्ष पहले पत्नी तथा कन्नौज से सांसद डिंपल यादव को चुनाव में न उतरने की घोषणा करने वाले अखिलेश यादव ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कल डिंपल यादव को लोकसभा के टिकट का तोहफा दिया है।
इंटरनेशनल वूमेन डे पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपनी पार्टी की महिला नेताओं को नायाब तोहफा दिया है। उन्होंने पत्नी डिंपल यादव के साथ ही दो अन्य को लोकसभा का टिकट दिया। डिंपल यादव को समाजवादी पार्टी उनकी पुरानी सीट कन्नौज से ही मैदान में उतार रही है। इसी तरह हरदोई से ऊषा वर्मा और लखीमपुर से पूर्वी वर्मा को प्रत्याशी घोषित किया है। हरदोई सुरक्षित सीट से 1998, 2004 व 2009 में लोकसभा का चुनाव जीतने वाली ऊषा वर्मा पर समाजवादी पार्टी ने भरोसा जताया है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने करीब दो साल पहले ऐलान किया था कि उनकी पत्नी डिंपल यादव 2019 में लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। उस समय परिवारवाद का आरोप लगने पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ऐलान किया था कि उनकी पत्नी साल 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। कल उन्होंने ही एक ट्वीट से लोकसभा प्रत्याशियों की सूची जारी की, तो उसमें डिंपल यादव का भी नाम था। समाजवादी पार्टी ने डिंपल यादव को एक बार फिर से उत्तर प्रदेश के कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ाने का ऐलान किया है।