चैनल हिंदुस्तान डेस्क: भाजपा का घोषणापत्र ‘संकल्प पत्र’ जारी किया गया। घोषणा पत्र को जारी करने से पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से मिलने पहुंचे और उनसे इसपर राय मशविरा किया।
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा का ‘संकल्प पत्र’ सुबह 11 बजे जारी होना था लेकिन इसमें लगभग आधे घंटे का विलंब हुआ। इस अवसर पर बीजेपी संसदीय बोर्ड के सदस्य भी उपस्थित रहें। घोषणापत्र समिति के चेयरमैन इस बार राजनाथ सिंह हैं पिछले चुनाव में मुरली मनोहर जोशी थे।
भाजपा का मेनिफेस्टो ‘संकल्प पत्र’ जारी करने से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने संबोधित करते हुए कहा- ‘2014-19 की यात्रा ऐसी है कि जब भी भारत के विकास का और भारत की दुनिया में साख बनने का इतिहास लिखा जाएगा तो ये कार्यकाल स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।आज देश के अधिकांश घरों में बिजली है। 8 करोड़ से ज्यादा शौचालय हैं, 7 करोड़ गरीबों के घर में गैस कनेक्शन दिये गये हैं, 50 करोड़ गरीबों के लिए मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया गया है।’
भाजपा का मेनिफेस्टो ‘संकल्प पत्र’ जारी करने से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने संबोधित करते हुए कहा- ‘2014-19 की यात्रा ऐसी है कि जब भी भारत के विकास का और भारत की दुनिया में साख बनने का इतिहास लिखा जाएगा तो ये कार्यकाल स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।आज देश के अधिकांश घरों में बिजली है। 8 करोड़ से ज्यादा शौचालय हैं, 7 करोड़ गरीबों के घर में गैस कनेक्शन दिये गये हैं, 50 करोड़ गरीबों के लिए मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया गया है।’
5 साल में 50 से बड़े कदम:
नरेंद्र मोदी सरकार ने 5 साल में 50 से ज्यादा बड़े कदम उठाए हैं, जो इतिहास का हिस्सा बनने वाले हैं। 2014 में भारत की अर्थव्यवस्था 11 वें नंबर पर थी, आज हम दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और तेजी से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए अग्रसर हैं।
मल्टी डाइमेंशन्ल संकल्प पत्र:
अमित शाह के बाद राजनाथ सिंह ने कहा- ‘2019 लोकसभा चुनाव के लिए यह संकल्प पत्र बनाने के लिए अमित शाह ने मेरी (राजनाथ) अध्यक्षता में एक समिति बनाई और मेरे साथ 12 लोगों को भी उसमें नामित किया था और संकल्प पत्र को Multi Dimensional बनाने के लिए 12 श्रेणियों में भी उसे विभाजित किया था। इस संकल्प पत्र के माध्यम से हम नए भारत के निर्माण में 130 करोड़ देशवासियों की आकांक्षाओं को विज़न डॉक्यूमेंट के रूप में पेश कर रहे हैं।’
बाकी पार्टियां घोषणा पत्र लेकर आयी है, हम संकल्प पत्र लाए:
अमित शाह और राजनाथ के बाद सुषमा स्वराज ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा- सबसे पहले तो आप सभी मीडिया के मित्र हमारे शीर्षक और दूसरी पार्टियों के शीर्षक में अंतर समझे। बाकी पार्टियां घोषणा पत्र लेकर आयी है, लेकिन हम संकल्प पत्र लेकर आए हैं और इन संकल्पो को पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
क्या बोले पीएम नरेन्द्र मोदी:
संकल्प पत्र जारी करने के बाद पीएम मोदी ने कहा- आपका और देश वासियों का गत पांच वर्ष में जो सहयोग, समर्थन मिला, जन समर्थन मिला हम इस कार्य को सफलता पूर्वक कर पाए. इसके लिए देशवासियों का, आप सबका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। पिछले दो-तीन महीने लगातार मेहनत की कमेटी ने और जन की, मन की बात, आशा, अपेक्षा, आकांक्षाओं को सुनना, समझना की इस टीम ने मेहनत की, शायद हिंदुस्तान में पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में सरकार किन बातों में लेकर काम करे, जनता में विचार विमर्श हुआ। ये लोकतंत्र का ट्रू स्परिट है।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा संकल्प पत्र में तीन प्रमुख बातों का उल्लेख किया गया है- और उसी के आसपास हमारा पूरा डॉक्यूमेंट तैयार हुआ है।
राष्ट्रवाद हमारी प्रेरणा
अंत्योदय- हमारा दर्शन
सुशासन- हमारा मंत्र है
इस पूरी रचना में एक आम तौर पर मेनिफेस्टो 2024 तक है, इसलिए पहली बार साहस किया है कि अंतरिम हिसाब लिया जाए। 2022 तक 75 साल होंगे आजादी के। तब उनके सपनों का भारत समर्पित करने की दिशा में अहम काम पूरा कर लें, इसलिए 75 वर्ष 75 लक्ष्य, निश्चित कदम तय किए हैं। हमारे मन में वन मिशन, वन डायरेक्शन हम देश को समृद्ध बनाने के लिए, लोकतांत्रिक मूल्यों को महत्व देते हुए. आपने क्या किया? लास्ट माइल डिलेवरी का कॉन्सेप्ट है। हमारे समाज में विविधताएं हैं, भाषा, जीवन स्तर, शिक्षा, जीवन शैली में भी। ऐसे में एक ही डंडे से सबको हांका नहीं जा सकता, इसलिए विकास को मल्टी लेयर बनाने की कोशिश की है।
अलग जल शक्ति मंत्रालय:
पीएम मोदी ने कहा- हम एक अलग जल शक्ति मंत्रालय बनाएंगे। हमने इस बजट में मछुआरों, कोस्टल एरिया के अलावा नदी किराने बजट में ही मंत्रालय बनाएंगे। नल से जल कैसे पहुंचाए, इस पर काम करना चाहते हैं। मिशन मोड में रचना कर काम करना चाहते हैं। ये विचार कई छोटो छोटे इलाकों में जो लोगों ने मन की बात में भेजी उससे आया है। हम लोगों ने 2014-2019 तक सारे कामों को देखेंगे।
हमारे सभी कार्यों की रचना के मूल्य: देश जिस उमंग, उत्साह के साथ चल पड़ा है, 50-55 के कालखंड में होने वाले काम को 2019 में करना पड़ा है। इस बार आवश्यकताओं को ध्यान में रख कर शासन चलाया।अब सामान्य मानवी के लिए क्या कर सकते हैं उसे घोषणा पत्र में लाए।