चैनल हिंदुस्तान डेस्क: लोकसभा चुनाव से पहले अपने विकास रथ को रफ्तार देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) मास्टर प्लान तैयार कर चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में बीजेपी ने तकरीबन 70 करोड़ लोगों को खुद से जोड़ने की योजना बनाई है, जिसके तहत हर बूथ के लिए तीन वॉट्सऐप ग्रुप बनाए जाएंगे। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी ने देशभर में फैले 9,27,533 पोलिंग बूथों में प्रत्येक पर तीन वॉट्सऐप ग्रुप बनाने का विचार किया है। हर ग्रुप पर अधिकमत 256 सदस्य होंगे। यानी पूरे भारत में पार्टी के सभी बूथों पर चलने वाले इन ग्रुप्स पर कुल 70 करोड़ लोग सक्रिय रह सकते हैं। वॉट्सऐप ग्रुप्स पर पार्टी के अभियान से जुड़ी सामग्री पोस्ट व शेयर होगी, जिसमें वीडियो, ऑडियो, टेक्स्ट, ग्राफिक्स, कार्टून्स और मीम होंगे।
पीएम मोदी इस योजना के सिलसिले में पिछले साल सितंबर में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिले थे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में हुई उस भेंट के दौरान नेताओं ने उन्हें प्लान के बारे में विस्तार से बताया था। वहीं, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी पूर्व में ‘बूथ एक्शन प्लान’ तैयार करा चुके हैं। उसके अंतर्गत सभी राज्य में बीजेपी ईकाइयों से हर पोलिंग बूथ क्षेत्र में स्मार्टफोन रखने वालों की सूची जुटाने के लिए कहा गया था।
रोचक बात है कि साल 2014 के आम चुनाव के दौरान देश में लगभग 21 फीसदी लोगों के पास स्मार्टफोन थे, जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव आते-आते यह आंकड़ा 39 प्रतिशत के आस-पास पहुंच गया। वहीं, सोशल मीडिया ऐप्स में वॉट्सऐप मौजूदा समय में सबसे मशहूर माना जाता है। आंकड़ों के मुताबिक 90 फीसदी से अधिक स्मार्टफोन यूजर्स इस पर सक्रिय भी हैं। ऐसे में बीजेपी वर्चुअल वर्ल्ड के जरिए मतदाताओं को साधने के भरसक प्रयास करेगी।
इससे पहले, बीजेपी सोशल मीडिया के मुखिया 2019 के चुनाव को पहला ‘वॉट्सऐप चुनाव’ बता चुके हैं। पर शोधकर्ताओं की मानें तो ऐसे वॉट्सग्रुप्स में अधिकतर गलत और भड़काने वाली सामग्री होती है। जानकारों के अनुसार, हिंदू राष्ट्रवाद के एजेंडे पर चलने वाली बीजेपी इस ट्रेंड को तेजी से बढ़ावा दे रही, जबकि विपक्षी खेमे भी उसकी देखा-देखी कर रही हैं। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के रॉयटर्स इंस्टीट्यूट में फेलो सोमा बासू के हवाले से ‘टाइम’ की एक रिपोर्ट में बताया गया- राजनीतिक दलों के पास वॉलंटियर्स की फौज है, जिनका काम इस तरह के मैसेज फॉरवर्ड करना होता है।