चैनल हिंदुस्तान डेस्क: कार्तिका पूर्णिमा के दिन देव दीपावली मनाया जाता है, इस दिन गंगा स्नान व पूजन और दीप दान का बहुत महत्व है। इसी संस्कृति को बढ़ाते हुए हर वर्ष की भाँती इस वर्ष भी हर घाट पर दीप प्रज्वलन किया एवं माँ गंगे की आरती की गयी।
उत्तर हावड़ा नागरिक वृन्द द्वारा बांधाघाट पर भी 1111 दीपों के साथ माँ गंगा की स्तुति की गयी, मगर यहाँ ख़ास बात ये रही की पूजन- आरती के साथ ही गंगा की स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूगता फैलाने के लिए एक नुक्कड़ नाटक भी किया गया जिसे लोगों ने बहुत सराहा।
नाटक का मूल विषय था जाने अनजाने में हम जो गंगा को प्रदूषित करते हैं उसका दुष्परिणाम बताना और शपथ लेना की आज से कम से कम हम इस पाप में भागिदार नहीं बनेंगे और गंगा को फिर से स्वच्छ बनाएंगे।
नाटक की पटकथा लिखी अनु नेवटिया ने एवं उनके साथ अभिनय किया करने वालों में विजय शर्मा ‘विद्रोही’, पंकज शर्मा, गणेश नाथ तिवारी (विनायक), कन्हैया लाल साव (प्रिंस), रोहित गुप्ता, अजय कुमार झा, संजीत बर्मन, रितिका नेवटिया, तेजस्विनी साव, एवं इशिका साव शामिल रहीं।
मनोरंजन के साथ एक सामाजिक सन्देश देना और हँसते हंसाते लोगों को उनकी गलतियों के बारे में बताना इस नाटक की खासियत रही। इसके साथ ही माँ गंगा पर एक मनमोहक गीत प्रस्तुत किया रविंद्र कुमार श्रीवास्तव ने।
अतिथि के तौरपर तरुण बेरा, केशरी कुमार तिवारी, चन्द्रिका प्रसाद पांडेय अनुरागी, रंजीत भारती, विष्णु गोस्वामी, मनोज राजेंद्र मिश्र उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में धर्मेंद्र गिरी, सुबोध साव, मनोज सिंह, बीरू साहनी, रंजीत झा, दीपक दुबे, रतन लाल गुप्ता, जितेंद्र चौधरी, अभिनाश शर्मा सहित अन्य का विशेष योगदान रहा।