चैनल हिंदुस्तान डेस्क: अखिलेश यादव इन दिनों जहां भी जा रहे हैं, सीएम योगी के डुप्लीकेट को अपने साथ ले जा रहे हैं। मंच पर भगवा कपड़े पहने इस शख्स को देख कर जनता भी कन्फ्यूज हो जाती है। अखिलेश ने इस शख्स के साथ खाना खाते हुए अपनी अक तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट की है।
अखिलेश ने ट्विटर पर फोटो के साथ लिखा है- जब उन्होंने हमारे जाने के बाद मुख्यमंत्री आवास को गंगा जल से धोया था तब हमने भी तय कर लिया था कि हम उनको पूड़ी खिलाएँगे!
जानें, आखिर कौन हैं डुप्लीकेट योगी
इनका पूरा नाम है सुरेश ठाकुर। आज कल अपने नाम में इन्होंने योद्धा सरनेम लगा लिया है। ये लखनऊ से लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन नामांकन का पर्चा रद्द हो गया। इस तरह राजनाथ सिंह से मुक़ाबला करने का सपना चूर-चूर हो गया। लखनऊ के रहने वाले सुरेश कुछ महीनों पहले तक सरकारी कर्मचारी थे। मायावती के जमाने में बने पार्क और स्मारक में नौकरी करते थे। वे पंप ऑपरेटर के पद पर तैनात थे। ये नौकरी सुरेश को साल 2011 में मिली थी। तब मायावती यूपी की मुख्यमंत्री थीं।
लेकिन दिसंबर 2017 में उन्हें सरकारी नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। तब तक योगी आदित्यनाथ राज्य के सीएम बन चुके थे। सुरेश ने कई बार धरना प्रदर्शन किया। नौकरी बचाने की कई कोशिशें की। लेकिन बात नहीं बनी। वे बर्खास्त किए गए कर्मचारियों के नेता बन गए। फिर लखनऊ से लोकसभा चुनाव लड़ने आ गए। पर्चा ख़ारिज होने पर समाजवादी पार्टी की शरण में पहुँच गए। पार्टी के ही एक नेता ने सुरेश की मुलाक़ात अखिलेश यादव से करवाई। बस यहीं से उनकी राजनीति को उड़ान मिल गई।
सरकारी नौकरी जाने के बाद से ही सुरेश ने मुंडन करवा लिया था। वे कहते हैं कि मैंने यूपी सरकार का श्राद्ध कर्म कर दिया था। फिर पिछले महीने भर से सुरेश भगवा कपड़े पहनने लगे हैं। उनका गेटअप ऐसा है कि पीछे से देखने पर सब ग़च्चा खा जायें। उनका डीलडौल यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलता जुलता है। वही रंग रूप और क़द काठी। इसीलिए तो अखिलेश यादव ने उन्हें चुनाव प्रचार में लगा दिया है। लेकिन पहली बार सुरेश को लोगों ने अखिलेश यादव के साथ पहली मई को देखा।