डेस्क: रविवार को फ्रेंडशिप डे है, इस दिन लोग अपने सच्चे दोस्तों को याद करते हैं। दोस्ती का रिश्ता ही ऐसा होता है जो कई मायनों में खास होता है, इसके बिना जीवन जीने का मजा ही नहीं है। इस रिश्ते को सलिब्रेट करने का दिन है 5 अगस्त यानी फ्रेंडशिप डे।
पर क्या आप जानते हैं कि सच्चे और फेक दोस्त के बीच क्या फर्क होता है?
ऐसे पहचाने अपने सच्चे दोस्त को:
- आपका काम कैसा हो, नया काम शुरू करना हो, कोई फैसला लेना हो, सच्चा दोस्त आपके साथ खड़ा रहता है। वो आपका साथ किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ता। पर मतलबी दोस्त आपका मजाक बनाते हैं।
- अगर आपकी कोई बात दोस्त को अच्छी नहीं लगती तो वो आपसे बात करता है। माफ भी कर सकता है। पर फेक दोस्त आपसे लड़ते हैं या पीठ पीछे आपकी बुराई करते हैं।
- जो आपके सफलता हो या विफलता हर समय साथ खड़ा हो, आपकी खुशी में वो आपसे ज्यादा खुश दिखे वही सच्चा दोस्त होता है, फेक दोस्त आपके के विपत्ति समय में आप को छोड़ उन्हें जरुरी काम याद आ जाता हैं।
- सच्चे दोस्त चाहे साथ काम ना करें, आसपास ना रहें, साथ ना पढ़ें फिर भी आपसे मिलने और बात करने का वक्त निकाल ही लेते हैं।
- सच्चा दोस्त ही आपकी हर आदत को जानता है। वो जानता है कि आप किसी परिस्थिति में कैसा बर्ताव करेंगे, कैसे रहेंगे। जो आपको किसी तरह से उकसाए वो फेक हैं, उनसे दूर रहें।
- वो आपके हर सीक्रेट को जानता है और उसे राज रखता है। किसी भी तरह से उसे बाहर वालों तक नहीं पहुंचने देता। सच्चे दोस्तों में कई सारे सीक्रेट्स होते हैं।
- जब भी आप उदास होते हैं तो उसका कंधा आपको रोने के लिए मिलता है, दुख या उदासी की घड़ी में वो आप तक पहुंच जाता है। बाकी दोस्त तो केवल खुशी शेयर करते हैं।
- हर कीमत पर आपकी मदद करने को तैयार रहता है। चाहे उसके लिए उसे अपनी सेविंग्स खत्म करनी पड़ी या कोई बड़ा फैसला लेना पड़े।