चैनल हिंदुस्तान डेस्क: लोकसभा चुनाव नजदीक हैं और विभिन्न राजनैतिक पार्टियां चुनावों के लिए रणनीति बनाने में जुटी हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा वोटरों को अपने पक्ष में किया जाए। इसी बीच राजनीतिक पार्टियों को जहां विपक्षी पार्टियों के खिलाफ रणनीति तैयार करनी है, वहीं यह भी सुनिश्चित करना है कि ज्यादा वोटर्स नोटा का बटन ना दबाएं।
ज्ञात हो कि हाल के चुनावों में देखा गया है कि नोटा काफी अहम हो गया है और कई सीटों पर Nota ने नतीजों को प्रभावित किया है। साल 2014 के आम चुनावों में तो 5 लोकसभा सीटों पर बड़ी संख्या में लोगों ने नोटा का बटन दबाया था।
जिन सीटों पर सबसे ज्यादा नोटा का बटन दबाया गया, उनमें तमिलनाडु की नीलगिरी लोकसभा सीट, ओडिशा की नाबारंगपुर सीट और कोरापुट सीट, छत्तीसगढ़ की बस्तर सीट, राजस्थान की बांसवाड़ा सीट शामिल हैं। बता दें कि नीलगिरी, बांसवाड़ा और बस्तर सीटों पर तो नोटा नतीजों के मामले में तीसरे नंबर पर रहा था। खास बात ये है कि जिन सीटों पर सबसे ज्यादा नोटा का बटन दबाया गया, वो सभी आरक्षित सीटें थीं।
