चैनल हिंदुस्तान डेस्क: जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के पहले से यह माना जा रहा था कि पार्टी औपचारिक रूप से झारखंड में विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election) अकेले लड़ने का फैसला कर सकती है। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तीन अन्य राज्यों (हरियाणा ,दिल्ली और जम्मू कश्मीर) में भी अकेल चुनाव लड़ने का चौंकाने वाला बड़ा फैसला लिया है। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास हुआ कि जेडीयू झारखंड, हरियाणा, दिल्ली और जम्मू कश्मीर में अकेले अपने दम पर विधानसभा का चुनाव मैदान में उतरेगी। इनमें दो राज्यों- हरियाणा और झारखंड में भाजपा की सरकार है। जम्मू-कश्मीर में साझे में भाजपा की सरकार थी और नई दिल्ली में सरकार बनाने के लिए वह जी तोड़ कोशिश कर रही है। दिल्ली में जनवरी 2020 में, जबकि हरियाणा और झारखंड में इसी साल क्रमश: अक्टूबर और दिसम्बर में विधानसभा का चुनाव प्रस्तावित है। जम्मू-कश्मीर में हालत सुधरने के बाद किसी भी समय चुनाव कराए जा सकते हैं। फिलहाल, वहां राष्ट्रपति शासन है।
जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में इन चार राज्यों में चुनाव लडऩे का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुआ। दलील यह कि पार्टी को दो राज्यों में राज्य पार्टी की मान्यता मिली हुई है। दो और राज्यों में यह दर्जा मिल जाए तो चुनाव आयोग जेडीयू को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दे देगा। झारखंड के गठन के समय भाजपा की पहली सरकार जेडीयू की मदद से बनी थी। उस समय जेडीयू के आठ विधायक थे। दूसरे विस चुनाव में जेडीयू विधायकों की संख्या छह रह गई। बाद के विधानसभा चुनाव में उसका खाता नहीं खुला। इसलिए जेडीयू झारखंड में संभावना देख रहा है। 2014 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने आप की मदद की गरज से अपना उम्मीदवार नहीं उतारा। उस समय भाजपा से उसका अलगाव चल रहा था।
बता दें कि दो साल पहले हुए दिल्ली नगर निगम के चुनाव में जेडीयू के उम्मीदवार खड़़े हुए। किसी सीट पर कामयाबी नहीं मिली। लेकिन, इसी बहाने दिल्ली के लोग जेडीयू के बारे में जान गए। दिल्ली विधानसभा चुनाव में जदयू इसलिए भी अपनी संभावना देख रहा है, क्योंकि 20 से अधिक सीटों पर बिहार मूल के मतदाता निर्णायक हैं। नगर निगम चुनाव से पहले जदयू ने अपने राष्ट्रीय महासचिव को दिल्ली इकाई का प्रभारी बनाया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कभी कई सभाएं की थी।
खास बात यह भी है कि जेडीयू बिहार के बाहर दूसरे राज्यों में अपनी अलग राजनीतिक गतिविधि चलाने कर राह पर है। अरुणाचल प्रदेश में हाल में हुए विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ 15 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। इनमें से सात सीटों पर पार्टी को जीत मिली थी। अब जेडीयू ने झारखंड में विधानसभा चुनाव लडऩे का फैसला किया है। झारखंड में बीजेपी की सरकार है।