चैनल हिंदुस्तान डेस्क: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा आलू किसानों से आलू खरीदने की घोषणा के साथ ही राज्य सरकार ने किसानों से आलू खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार किसानों से साढ़े पांच रुपये प्रति किलोग्राम आलू खरीदेगी। इस बाबत राज्य सरकार द्वारा साढ़े पांच सौ करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं।
इसके साथ ही आलू के परिवहन के लिए और रकम आवंटित किये जायेंगे। वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार ब्लॉक-ब्लॉक में शिविर खोल कर आलू की खरीद की जायेगी। छोटे किसानों से आलू खरीदने पर राज्य सरकार जोर देगी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को तारकेश्वर की सभा में किसानों से 10 लाख टन आलू खरीदने की घोषणा की थी। आलू खरीदने संबंधित विज्ञप्ति जारी की जायेगी इस बीच, नये आलू का उत्पादन शुरू हो गया है। फिलहाल किसान तीन रुपये प्रति किलोग्राम आलू की बिक्री कर रहे हैं। आलू व्यापारियों का कहना है कि तीन रुपये प्रति किलोग्राम आलू बिक्री से लागत भी नहीं आ रही है। छह रुपये प्रति किलोग्राम कीमत रहने पर कुछ लाभ हो सकता है।
सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार साढ़े पांच रुपये प्रति किलोग्राम की दर से आलू खरीदेगी। राज्य के कोल्ड स्टोरेज मार्च माह के आरंभ में खुलना शुरू होगा।
हालांकि भाजपा का दावा है कि सरकार द्वारा किसानों से आलू खरीदने की योजना से किसानों को लाभ नहीं होगा। भाजपा के किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रामकृष्ण पाल का कहना है कि इस वर्ष लगभग एक करोड़ टन आलू का उत्पादन होने की संभावना है। राज्य सरकार यदि 10 लाख टन आलू खरीदती भी है, तो इससे किसानों को बहुत ज्यादा लाभ नहीं होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि धान खरीद को लेकर जिस तरह की कालाबाजारी हुई थी, आलू खरीद को लेकर भी फिर वही स्थिति पैदा होगी।