चैनल हिंदुस्तान डेस्क: पश्चिम बंगाल की सत्ता धारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। पार्टी सांसद डेरेक ओ ब्राएन ने भुवनेश्वर में मीडियाकर्मियों को बताया कि उनकी पार्टी ने पश्चिम बंगाल में गठबंधन नहीं करने का फैसला किया है। बता दें कि एक हफ्ते पहले ही तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कोलकाता में विशाल रैली की थी। इसमें कांग्रेस समेत करीब दो दर्जन भाजपा विरोधी पार्टियों के नेताओं ने शिरकत की थी।
टीएमसी सांसद ने कहा, “हमलोग चुनाव के लिए तैयार हैं। टीएमसी आगामी लोकसभा चुनाव ओडिशा समेत 14 राज्यों में लड़ेगी। 19 जनवरी एक ऐतिहासिक दिन था जब भाजपा विरोधी दलों के नेता कोलकाता में एक मंच पर दिखे थे। अब भाजपा का सफाया हो जाएगा।” पश्चिम बंगाल की चर्चा करते हुए टीएमसी सांसद ने कहा कि वहां पार्टी अपने दम पर सभी 42 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। हालांकि, सांसद ने यह नहीं बताया कि किन-किन 13 राज्यों में पार्टी कैंडिडेट उतारेगी और वहां किन-किन दलों के साथ गठजोड़ करेगी।
बता दें कि पहले राज्य में कांग्रेस से गठबंधन करने की बात चल रही थी लेकिन हाल के एक-दो महीने में आए सियासी घटनाक्रम में बदलाव के बाद दोनों पार्टियों ने अकेले चलने का फैसला किया है। उधर, भाजपा पश्चिम बंगाल पर फोकस बनाए हुए है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पहले ही पार्टी के अधिकारियों और कार्यकर्ताओं को पश्चिम बंगाली की 42 में से 23 सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित कर चुके हैं। साल 2014 के चुनावों में भाजपा ने वहां मात्र दो सीटें (आसनसोल और दार्जीलिंग) जीती थीं।