चैनल हिंदुस्तान डेस्क: राजनीतिक हमले के लिए कुख्यात पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मेदिनीपुर से सांसद दिलीप घोष पर हुए हमले को राज्य के मंत्री ने जायज ठहराया है।
शुक्रवार सुबह लेक टाउन इलाके में घोष और उनके साथ मौजूद अन्य भाजपा कर्मियों पर उस समय तृणमूल के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया था जब मॉर्निंग वॉक करते हुए दिलीप घोष क्षेत्र में चाय पर चर्चा करने पहुंचे थे। यहां से तृणमूल के विधायक सुजीत बसु हैं। ममता बनर्जी सरकार में अग्निशमन मंत्री भी हैं।
दिलीप घोष पर हमले के संबंध में जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बाहरी लोग इलाके में आएंगे तो स्थानीय इसका विरोध करेंगे हीं। यह स्वाभाविक है। हालांकि जब उनसे पूछा गया कि कोलकाता में रहने वाले लोग क्या दूसरे क्षेत्र में जाने से बाहरी हो जाएंगे? तब उन्होंने कुछ भी नहीं कहा। घोष पर हमले को लेकर उन्होंने तृणमूल की पीठ थपथपाते हुए कहा कि भाजपा ने चाय पर चर्चा के लिए जगह का चुनाव करने में गलती कर दी थी।
लंबे समय से लेक टाउन तृणमूल कांग्रेस का सबसे मजबूत गढ़ रहा है। यह बात दिलीप घोष समझ नहीं सके थे इसीलिए यहां आ पहुंचे थे। अब समझ गए होंगे। उन्होंने कहा कि बाहरी लोग अगर इलाके में आकर अशांति करेंगे तो स्थानीय उसका विरोध करेंगे ही। इसमें कोई गलती नहीं है।
हालांकि इस बारे में जब प्रदेश भाजपा अध्यक्ष से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद से भारतीय जनता पार्टी से तृणमूल कांग्रेस डरी हुई है। इसीलिए अलोकतांत्रिक तरीके से बल प्रयोग कर डराने धमकाने की कोशिश कर रही है। इससे भाजपा को कोई नुकसान होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा, “मैं रोज ही मॉर्निंग वॉक पर जाता हूं और कहीं ना कहीं बैठकर चाय पर चर्चा करता हूं। लेक टाउन में भी मैंने वही किया। यह कोई नई बात नहीं है और तृणमूल की ओर से हमला होना भी कोई नई बात नहीं है। मैं जहां भी जाता हूं तृणमूल कांग्रेस की ओर से पहले ही मेरे लिए प्रचार-प्रसार की व्यवस्था कर दी जाती है और आज भी उन लोगों ने वही किया है। लोग सब कुछ देख रहे हैं। लोकसभा चुनाव में इन्हें इनकी जगह दिखाई गई है और विधानसभा में भी इन्हें इनकी वास्तविक जगह पर पहुंचा देंगे।”