चैनल हिंदुस्तान डेस्क: लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को मात देने को लेकर शनिवार को कोलकाता में हुई यूनाइटेड इंडिया रैली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी द्वारा आयोजित इस बैठक में विपक्ष से लगभग 22 दलों के दिग्गज नेता पहुंचे। पूर्व केंद्रीय मंत्रियों से लेकर कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री भी विपक्षी एकजुटता वाली इस रैली में शामिल हुए, जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती नहीं आए।
महारैली के अंत में सीएम ममता ने कहा, “देश में नई शुरुआत करने के लिए हम सब मिलकर काम करेंगे। मोदी सरकार के कार्यकाल में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) सरीखे संस्थानों की साख को नुकसान पहुंचाया गया।” बकौल ममता, “त्याग का नाम है हिंदू, ईमान का नाम है मुसलमान, प्यार का नाम है इसाई, सिखो का नाम है बलिदान। ये हमारा प्यारा हिंदुस्तान। केंद्र में नई सरकार बनेगी। अब उन लोगों की एक्सपायरी डेट आ चुकी है। ये लोगों का फैसला है। उनका (बीजेपी) एक ही मुद्दा है कि दंगा कराओ, फसाद कराओ। पर हम बंगाल में रथ यात्रा के नाम पर उन्हें दंगा फसाद नहीं करने देंगे।”