चैनल हिंदुस्तान डेस्क: राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को अजब वाकया हुआ। बजरी के अवैध खनन के मामले को लेकर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल जवाब देना चाहते थे, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी ने जब उन्हें रोका, तो दोनों में बहस हो गई। इससे नाराज स्पीकर कुर्सी से उठकर चल दिए और बाद में मुड़कर सदन के स्थगन की घोषणा की। विधानसभा में विपक्ष ने अवैध बजरी खनन, तस्करी व बजरी माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस सरकार को घेरा और मंत्री से जवाब मांगा। हंगामे के बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने बहिर्गमन की चेतावनी दी। इस बीच धारीवाल जवाब देने के लिए खड़े हो गए, तो विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें बैठने के लिए कह दिया।
धारीवाल ने अध्यक्ष से कहा कि वे विपक्ष की मांग के अनुसार आरोपों का जवाब देना चाहते हैं। उन्होंने अध्यक्ष से जवाब देने की व्यवस्था देने की मांग की। इस पर जोशी ने धारीवाल को बैठने के लिए बोल दिया। धारीवाल ने स्पीकर से कहा कि विपक्ष लगातार सरकार पर आरोप लगा रहा है, तो हम चुप कैसे रहेंगे? उन्होंने जोशी से कहा कि या तो आप जवाब देने दें या विपक्ष के सभी आरोपों को कार्यवाही से हटाएं। विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी नाराज हो गए और कहा मैं चला जाता हूं।