चैनल हिंदुस्तान डेस्क: श्री जगन्नाथ की रथयात्रा (घोष यात्रा) गुरुवार को श्रीक्षेत्र धाम पुरी के साथ पूरे राज्य में आरंभ होगी। महाप्रभु श्रीजगन्नाथ रत्न वेदी से निकलकर जन्म वेदी के लिए प्रस्थान करेंगे। पतितों को दर्शन देने के लिए श्रीमंदिर से बाहर आने वाले महाप्रभु की इस यात्रा को देखने के लिए श्रीक्षेत्र धाम में एक दिन पहले से ही लाखों भक्तों का समागम हो चुका है। पुरी की ही तरह कटक, भुवनेश्वर में भी महाप्रभु की रथयात्रा निकाली जाती है। भुवनेश्वर एवं कटक में भी हजारों की संख्या में भक्तों का समागम रथयात्रा में होता है। इसे लेकर कमिश्नरेट पुलिस की तरफ से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
महाप्रभु की रथयात्रा में शामिल होने के लिए तमाम होटल एवं लाज में भक्त पहले से ही डेरा डाल चुके हैं। ऐसे में श्रीक्षेत्र धाम पुरी में हर स्थिति से निपटने के लिए राज्य प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। श्रीक्षेत्र धाम को त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है। पुरी पहुंचने वाले तमाम वाहनों की तलाशी लेने के बाद श्रीक्षेत्र धाम में प्रवेश करने दिया जा रहा है। इसके साथ ही जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। बम स्क्वॉयड, डाग स्क्वॉयड दस्ता के साथ समुद्र के किनारे तटरक्षी वाहिनी को तैनात किया गया है।
इसके अलावा रथयात्रा के अवसर पर सादे पोशाक में पुलिस के जवान जगह-जगह तैनात रहेंगे। लोगों को आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए विशेष पिकिंग की व्यवस्था जिला प्रशासन की तरफ से की गई है। श्रीक्षेत्र धाम में 14 जगहों पर र्पािकंग की व्यवस्था है। इसमें मुख्य रूप से भुवनेश्वर व कटक से आवागमन करने वाले वाहनों के लिए मालतीपाटपुर में पिकिंग की व्यवस्था की गई है। ब्रह्मगिरी से आने वाले भक्त फ्लोरेस इंडिया कंपनी के मैदान में और कोणार्क की तरफ से आने वाले भक्त संस्कृत विश्वविद्यालय में अपने वाहन को पार्क करेंगे।
उल्लेखनीय है कि विगत तीन मई को आए चक्रवात फणि ने सबसे ज्यादा नुकसान श्रीक्षेत्र धाम में किया था। तमाम होटल एवं जरूरी सेवाएं पुरी में महीनों ठप रही। इसके बाद भी प्रशासन की तरफ से महाप्रभु की यात्रा के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी की गई और रथयात्रा से पहले तमाम बुनियादी सुविधाओं को खासकर पुरी शहर में दुरुस्त कर लिया गया है। बिजली, बैंक एवं आवागमन की सुविधा पूरी तरह से दुरुस्त कर ली गई है।