डेस्क: गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हमले और पलायन के पीछे कांग्रेस के विधायक अल्पेश ठाकोर का नाम सामने आया है। उत्तर भारत खासतौर से यूपी और बिहार से आए ‘बाहरियों’ के विरोध की शुरुआत अल्पेश ने ही की थी। खास बात यह है कि वह कांग्रेस पार्टी के बिहार प्रभारी भी हैं। हालात नियंत्रण से बाहर होने के कारण अल्पेश की रणनीति बैकफायर कर गई और अब उनकी पार्टी को शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है। ऐसे में उनकी पार्टी ही नहीं, दोस्तों- पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी को भी कहना पड़ा है कि अगर हिंसा के पीछे अल्पेश का हाथ है तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
दरअसल, मासूम से रेप के बाद यूपी और बिहार के लोगों को धमकी देने का आरोप जिस क्षत्रिय ठाकोर सेना के सदस्यों पर लग रहा है, अल्पेश उसके चीफ हैं। गांधीनगर में सोमवार को पुलिस ने कांग्रेस के नेता महोत ठाकोर को गिरफ्तार कर लिया, जो ठाकोर सेना के भी सदस्य हैं। महोत और चार अन्य लोगों को धमकी भरा एक विडियो वायरल होने के बाद गिरफ्तार किया गया है, जिसमें वे यूपी, बिहार के लोगों को गांव छोड़ने की धमकी देते दिखाई देते हैं।
ठाकोर सेना के नेता की गिरफ्तारी से कांग्रेस को तो झटका लगा ही है, अल्पेश ने भी व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस पर टिप्पणी से इनकार कर दिया। आपको बता दें कि करीब एक हफ्ते पहले अल्पेश ने सार्वजनिक रूप से नफरत फैलाने वाला बयान देते हुए कहा था, ‘प्रवासियों के कारण अपराध बढ़ गया है। उनके कारण, मेरे गुजरातियों को रोजगार नहीं मिल रहा है। क्या गुजरात ऐसे लोगों के लिए है?’