चैनल हिंदुस्तान डेस्क: अयोध्या जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट थोड़ी देर में फैसला सुनाएगा। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में पांच जजों की संवैधानिक पीठ चार सूट पर फैसला सुनाएगी। सूट नंबर 1 गोपाल सिंह विशारद, सूट नंबर 3 निर्मोही अखाड़ा, सूट नंबर 4 सुन्नी वक्फ बोर्ड, सूट नंबर 5 रामलला विराजमान पर फैसला सुनाया जाएगा। 23 अगस्त 1990 को सूट नंबर 2 को वापस लेने के कारण इसे खारिज कर दिया गया था।
शिया वक्फ बोर्ड के वकील अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि सबसे पहले हमारी याचिका पर फैसला आएगा। हमारा कहना था कि मीर बाकी शिया था और किसी भी शिया की बनाई गई मस्जिद को किसी सुन्नी को नहीं दिया जा सकता है। इसलिए इस पर हमारा अधिकार बनता है और इसे हमें दे दिया जाए। शिया वक्फ बोर्ड चाहता है कि वहां इमाम-ए-हिंद यानी भगवान राम का भव्य मंदिर बने, जिससे हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल कायम की जा सके।
वकील अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि हमारे बाद रामलला विराजमान vs सुन्नी वक्फ बोर्ड पर फैसला सुनाया जाएगा। केवल दो सूट पर फैसला आएगा। हमें पूरा भरोसा है कि फैसला स्पष्ट आएगा और उसमें कोई खिचड़ी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मेरी मुस्लिम और हिंदू पक्ष दोनों से अपील है कि 500 साल पुराने फैसले का अंत होने जा रहा है। अब इसे और विवादित न कीजिए। जो भी फैसला आए। उसका स्वागत कीजिए।