चैनल हिंदुस्तान डेस्क: लोकसभा चुनाव के लिए मतदान से चंद दिनों पहले पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के लिए पार्टी नेता ने ही मुसीबत खड़ी कर दी। पार्टी के बीरभूम जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल ने रविवार (07 अप्रैल) को चुनाव आयोग के अधिकारियों से ऐसी अपील कर डाली कि हर कोई चौंक गया।
मंडल ने अधिकारियों से हर बूथ पर 500-600 वोट ‘मैनेज’ करने की अनुमति मांगी है। मंडल ने कहा, ‘चुनाव अधिकारी चाहें तो अपनी ड्यूटी के समय वे तृणमूल कांग्रेस के ब्लॉक प्रमुखों से मदद ले सकते हैं, पार्टी पूरी मदद करेगी। लेकिन इसके बदले उन्हें हमारे लोगों को उनका काम करने देना चाहिए। यह बेहद अहम चुनाव है और सभी को जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी। मैं पीठासीन अधिकारियों से निवेदन करता हूं कि वे हाथ बांधकर खड़े रहें और टीएमसी को वोट लेने दें।’ बीजेपी ने उनके भाषण को लेकर चुनाव आयोग को पत्र भी लिखा है।
अनुब्रत मंडल अपने बयानों के लिए कई बार सुर्खियां बटोर चुके हैं। हाल ही में उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को बीरभूम से चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी। अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की 42 में से 25 सीटों पर जीत दर्ज करने का दावा किया था, इस पर मंडल ने कहा कि वे (शाह) मूर्खों की दुनिया में जी रहे हैं।
मंडल ने कहा था कि यदि अमित शाह पश्चिम बंगाल से लड़े तो वो करीब छह लाख वोटों के अंतर से उनकी हार सुनिश्चित करेंगे। इसके जवाब में पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने चुटकी लेते हुए मंडल को अपनी सियासी जमीन बचाने पर ध्यान देने की नसीहत दी। दिलीप घोष ने कहा बीजेपी बीरभूम और बोलापुर सीटों पर जीत दर्ज करेगी जहां मंडल का दबदबा बताया जाता है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में इस बार भारतीय जनता पार्टी भी खासी मेहनत कर रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यहां से सिर्फ दो सीटों पर जीत मिली थी। लेकिन इसके बाद पूर्वोत्तर के कई राज्यों में बीजेपी के समर्थन में खासी बढ़ोतरी देखने को मिली है। ऐसे में माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में भी बीजेपी अपनी स्थिति पहले की तुलना में काफी मजबूत कर सकती है।
साभार : जनसत्ता