चैनल हिंदुस्तान डेस्क: उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुए एक्सीडेंट मामले पर विपक्ष ने लोकसभा में जमकर हंगामा किया। विपक्षी सांसदों ने ‘प्रधानमंत्री जवाब दो’… ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का क्या हुआ’, ‘उन्नाव की बेटी को बचाओ’ जैसे नारे लगाए हैं।
बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने पलटवार करते हुए कहा कि जिस ट्रक ने रेप पीड़िता की कार में टक्कर मारी है वह समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता का है। लेकिन उत्तर प्रदेश की सरकार को बदनाम करने का काम किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर फतेहपुर सांसद ज्योति निरंजन ने भी यही बात दोहराते हुए कहा कि ट्रक समाजवादी पार्टी के सांसद का है जो उनके ही क्षेत्र का है। हादसे के पीछे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता का हाथ है।
लेकिन विपक्षी सांसदों की नारेबाजी रही। कांग्रेस की ओर से गृहमंत्री अमित शाह की ओर से मुद्दे पर बयान देने की मांग की गई है। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते पीड़िता की कार को रायबरेली से उन्नाव जाते समय गुरुबख्शगंज नाम की जगह एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी। जिसमें पीड़िता की मौसी और एक महिला रिश्तेदार की मौत हो गई जबकि पीड़िता और उनका वकील गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक पीड़िता अपने चाचा से मिलकर वापस जा रही थी जो एक अन्य मामले में उम्रकैद काट रहे हैं। चाचा की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा गया है कि विधायक कुलदीप सिंह सेंगर जेल के अंदर से धमकाकर कहते थे कि समझौता कर लो अगर जिंदा रहना है। पीड़ित के चाचा ने कहा कि कुलदीप सेंगर के साथ-साथ उनके लोग भी समझौते का दबाव डाल रहे थे। जब इसकी शिकायत पुलिस से की गई तो पुलिस का कहना था कि सेंगर विधायक हैं, समझौता कर लो।
ज्ञात हो कि कुलदीप सिंह सेंगर बीते एक साल से जेल में बंद हैं और उन पर एक लड़की ने आरोप लगाया है कि साल 2017 में वह नौकरी की तलाश में कुलदीप सिंह सेंगर के घर गई थी जहां सेंगर ने उनके साथ रेप किया। इसके बाद उसके पिता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और जहां कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सेंगर और पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की जिसमें उनकी मौत हो गई। अतुल सेंगर भी इस समय हत्या के मामले में जेल में बंद हैं।