चैनल हिंदुस्तान डेस्क: संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ तीसरे दिन रविवार को बंगाल में उबाल चरम पर पहुंच गया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अपील के बावजूद आगजनी और हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। इससे राज्य के 5 जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। विरोध कर रहे लोगों के निशाने पर रेलवे स्टेशन, ट्रेनें, बसें और पुलिस की गाड़ियां हैं।
मुर्शिदाबाद, मालदह, नदिया, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना और हावड़ा जिलों में हिंसा की व्यापक घटनाएं घटी हैं। मुर्शिदाबाद के रेजीनगर और मनीग्राम स्टेशन पर तोड़ फोड़ करने के साथ ही बस में भी आग लगा दी गई। मालदह के भालुका रोड स्टेशन में तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी गयी। वहीं सियालदह बजबज शाखा के आकड़ा स्टेशन में तोड़फोड़ की गयी। स्टेशन मास्टर के कार्यालय को तहस नहस कर दिया गया। आकड़ा एवं नूंगी स्टेशन के मध्य में ट्रेन अवरोध किया गया। रेल पटरी पर टायर जलाये गए। इस वजह से इस शाखा की अप एवं डाउन दिशा की ट्रेन सेवाएं काफी समय तक प्रभावित रही।
हालात को बिगड़ते हुए देख कर अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए प्रशासन ने रविवार को 6 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी है। मुर्शिदाबाद, मालदह, दक्षिण 24 परगना का कैनिंग महकमा, बारुईपुर महकमा, उत्तर दिनाजपुर, हावड़ा, बारासात और बसीरहाट महकमा में इंटरनेट सेवाएं बंद रखने का निर्देश दिया गया है।